आदिवासी समाज के विकास में जागरूकता की कमी : मोहन उरांव
संवादसूत्र,भंडरा(लोहरदगा):भंडराप्रखंडकेहाटीकुंबाटोलीगांवमेंग्रामप्रधानननकामुंडाकीअध्यक्षतामेंगुरुवारकोआदिवासीसमाजकेसदस्योंकीबैठकहुई।जिसमेंगांव-गांवमेंतेजीसेबढ़रहेनशापान,अंधविश्वासकीसमस्याकेसाथसमाजमेंउत्पन्नकुरीतियोंकोदूरकरनेपरचर्चाहुई।बैठकमेंसमाजकेलोगोंनेअपने-अपनेविचारसाझाकरतेहुएकहाकिसमाजमेंउत्पन्नसमस्याओंकेसमाधानसेहीगांवकाविकाससंभवहै।इसकार्यमेंसबकासहयोगआवश्यकहै।बैठकमेंकईलोगोंनेअपने-अपनेघरोंकीसमस्याओंसेअवगतकरातेहुएसमाजकेलोगोंसेनिदानकरानेकीमांगकी।मौकेपरग्रामविकासपड़हासमितिहाटीकुंबाटोलीकेमोहनउरांवनेकहाकिआदिवासीसमाजकेविकासमेंजागरूकताकाघोरअभावहै।इसकेलिएसमाजकेलोगोंकोजागरूकहोनाहोगा।नशापानकोत्यागकरशिक्षितमाहौलतैयारकरनाहै।गांवकेयुवावमहिलाएंशराबबंदीअभियानकोतेजीसेप्रभावीकरेंगे।गांवमेंशराबबंदीसेलोगोंकीआर्थिकस्थितिमेंभीबदलावआएगा।सोहराईउरांवनेकहाकिसमाजकेविकासकेलिएआपसमेंएकजुटताबरकराररखनाहै।गांवमेंजोभीसमस्याएंहैंउसेगांवकीकमेटीमेंरखकरनिदानकरेंगे।मौकेपरग्रामप्रधानननकामुंडा,पुजारएतवाउरांव,सोहराइउरांव,मोहनउरांव,रामपतिउरांव,छोट्याउरांव,पारसनाथउरांव,अजयउरांव,करमदयालउरांव,मंजीतटोप्पो,बुदोउरांव,मंजुउरांव,अनिताउरांवसहितकाफीसंख्यामेंग्रामीणमौजूदथे।