आप भी जानिए चीन से लगती सीमा पर बसे भारतीय गांवों का कैसा है हाल

नईदिल्‍ली[जागरणस्‍पेशल]।भारतऔरचीनकेरिश्‍तेकभीकिसीसेअछूतेनहींरहेहैं।दोनोंदेशएकदूसरेकोकाफीअहममानतेहैं,लेकिनइसकेबादभीदोनोंकेबीचसीमाविवादकोलेकरहमेशातनावबनारहताहै।डोकलामविवादकोअभीज्‍यादासमयनहींबीताहै।लेकिनइसकेबादभीभारतीयसीमाकेआखिरीगांवोंकाहालबेहदबुरारहै।सामरिकदृष्टिसेअहमइलाकाहोनेकेबावजूदयेगांवअबभीकईतरहकीसुविधाओंसेवंचितहैं।कहींपरसहीमायनेमेंसड़केंतकनहींपहुंचीहैंतोकहींपरआजभीसंचारकामाध्‍यमनहींहै।यहसुनकरपहलीबारमेंहैरानीजरूरहोतीहैलेकिनयहझूठनहींहै।हिमाचल,सिक्किमऔरअरुणाचलप्रदेशकेगांवइसीतरहकीकहानीबयांकररहेहैं।मणिपुरकेसेनापतिजिलेकेलीसांगभारतीयसीमाकाआखिरीगांवहै।देशकीआजादीकेबादइसगांवमेंइसीवर्षबिजलीपहुंचाईगईहै।

डिजिटलक्रांतिकेदौरमेंएकऐसाभीगांवभारतडिजिटलक्रांतिकेनारेकोएकदशकपूराहोनेकोहै,लेकिनइसक्रांतिकीकिरणभारतकेसीमांतगांवोंतकनहींपहुंचपाईहै।उत्तराखंडकेसीमांतजनपदपिथौरागढ़कीधारचूला,मुनस्यारीऔरडीडीहाटतहसीलोंकेकईगांवआजभीसंचारसुविधासेवंचितहैं।भारत-चीनसीमापरबसेभारतीयगांवोंकेहजारोंलोगोंकेयहक्रांतिआजभीएकसपनाजैसाहीहै।यहांकेलोगोंकोआजभीसंचारकीसुविधाउपलब्धनहींहै।मजबूरभारतीयदूसरेदेशोंकीसंचारसेवासेअपनाकामचलारहेहैं,इसकेलिएउन्हेंभारीकीमतचुकानीपड़रहीहै।हालांकिसीमापरटावरलगनेकीघोषणाएंघत14सालसेहोरहीहैं,लेकिनघोषणाओंकोआजतकअमलीजामानहींपहनायाजासकाहै।डिजिटलक्रांतिकेइसदौरमेंचीनकीसीमासेसटेगांवकुछऔरहीकहानीबयांकररहेहैं।

यहांकेलोगहैंमजबूरआलमयेहैकिकैलासमानसरोवरयात्रायाफिरभारतचीनव्यापारकेदौरानसेटेलाइटफोनऔरवायरलेससेटलगाकरयात्रियोंऔरव्यापारियोंकोअपनेघरोंतकसूचनादेनेकीव्यवस्थाकीजातीहै।इसदौरानस्थानीयलोगोंकोभीइनसुविधाओंकालाभमिलजाताहै,लेकिनयात्राऔरव्यापारखत्महोतेहीयेसुविधाएंसमेटलीजातीहैं।समानभौगोलिकपरिस्थितिवालेपड़ोसीदेशनेपालनेइसक्षेत्रमेंदो-दोसंचारकंपनियोंकीसुविधाएंउपभोक्ताओंकोउपलब्धकरारखीहैं।इनकेसिग्नलभारतीयक्षेत्रमेंभीबढ़ियाकामकरतेहैं।मजबूरभारतीयनेपालीसंचारसुविधाकाउपयोगकरतेहैं,लेकिनसेवाएंमहंगीहोनेकेकारणइनकाउपयोगभीसीमितहीहै।भारतमेंकईऐसेक्षेत्रमेंजहांनेपालीसंचारसेवाभीकामनहींकरतीहै।संचारसेवाओंकीकमीसबसेअधिकआपदाकालमेंपरेशानकरतीहै।

चमोलीकामाणागांवचमोलीजिलेमेंस्थितमाणागांवसीमाकेकरीबआखिरीगांवहै।चमोलीजिलेसेतिब्बतजानेकेलिए3दर्रेहैं,नीती,मानाऔरबड़ाहोतीकेआगेतुनझीनला।1962कीजंगसेपहलेयेभारतऔरतिब्बतकेबीचकाकारोबारकारास्ताथा।माणामेंसेनाऔरआईटीबीपीकीयूनिटतैनातहैजबकिमाणासेआगे40से50किलोमीटरआईटीबीपीकीफॉरवर्डपोस्टहै।

अरुणाचलप्रदेशकाआखिरीगांवछागलागामगांवअरुणाचलप्रदेशमेंचीनकीसीमासेलगताआखिरीगांवहै।पहाड़ोंऔरछोटेबड़ेझरनोंकेबीचसेहोकरएकबेहदसंकरारास्‍तायहांतकजाताहै।छागलागाममेंरहनेवाले50परिवारोंकमाईकाज़रियाइलाइचीकीखेतीहै।यहांपररहनेवालेमिश्मीजनजातिकेहैंजिनकेकईअपनेसीमापारचीनमेंरहतेहैं।लेकिनयहांपरभीनटीवीहैऔरनहीमोबाइलटावर।राशनखरीदनेकेलिएसबसेनजदीकजगहभीपूरेपांचघंटेदूरहै।यहांकेलोगोंकोचिकित्‍सासुविधाकीबातकरेंतोसबसेनजदीकीअस्‍पतालभीकरीबपांचघंटेकीदूरीपरमौजूदहै।यहांकेस्‍थानीयलोगोंकायहांतककहनाहैकिउन्‍होंनेकईबारचीनीसैनिकोंकोअपनेइलाकेमेंघूमतेहुएदेखाहै।हालांकिइसगांवकाहालभीकमोबेशसीमासेसटेदूसरेगांवोंकीहीतरहहै।स्‍थानीयलोगोंकायहभीकहनाहैकिचीननेअपनीसीमामेंबसेगांवोंमेंलोगोंकोकईतरहकीसुविधाएंदेरखीहैं,जोफिलहालयहांपरनहींहैं।

क्‍याकहतेहैंपूर्वसेनाध्‍यक्षआपकोबतादेंकि1962मेंचीनऔरभारतकेबीचयुद्धहोचुकाहै।सीमासेलगतीपरेशानियोंकोदूरकरनेकेलिएएकबारपूर्वसेनाध्‍यक्षवीपीमलिकनेयहांतककहाथाकिचीनसेलगतीसीमापरलाइनऑफएक्‍चुअलकंट्रोलकोनक्‍शेपरनिर्धारितकियाजानाचाहिए।इसकासबसेबड़ाफायदातोयहीहोगाकिलोगोंकोयहपताचलजाएगाकिवहकिसइलाकेमेंहैं।हालांकिउनकायहभीकहनाहैकिचीनकीवजहसेयहअबतकनहींहोपायाहै।इसीवजहसेचीनीसैनिकइसइलाकेमेंदिखाईदेजातेहैं।

सिक्किममेंभारतीयसीमाकाआखिरीगांवसिक्किममेंगंगटोकसेकरीब68किमीदूरपूर्वकीओरकुप्‍पुपगांवपड़ताहै।यहइसराज्‍यमेंसीमाकेकरीबआखिरीगांवहैजोकरीब13,900फीटकीउंचाईपरस्थितहै।इसगांवमेंकरीब200घरहैं।यहांतकपहुंचनाबेहदमुश्किलहै।बर्फबारीकेदौरानतोयहइलाकाकाफीहदतककटजाताहै।पिछलेवर्षडोकलामकोलेकरजोविवादभारतऔरचीनकेबीचगहरायाथावहइसगांवसेमहजसातकिमीकीदूरीपरहै।कुप्पुपगांवसेनाथुलाबॉर्डरपासतकका7किमीकायहक्षेत्रसुरक्षाकीदृष्टिसेकाफीसंवेदनशीलहै।

हिमाचलप्रदेशमेंभारतीयसीमाकाआखिरीगांवहिमाचलप्रदेशमेंचीनसेलगतीसीमापरआखिरीगांवडोगरी,कौरिक,चारंगऔरछितकुलहैं।चीनकीचालकोदेखतेहुएसामरिकदृष्टिसेअहमबनेइलइलाकोंमेंसड़कबनानेकाकामलगभगअंतिमचरणमेंहै।यहांसीमीकीनिगरानीआईटीबीपीकेहाथोंमेंहै।हिमाचलकेकिन्नौरमेंभीकेंद्रसरकारसीमासेसटेइलाकोंमेंतीनसड़कोंकानिर्माणकियाहै।इनमें20.750किलोमीटरलंबीछितकुल-दुमतीऔर19.900किलोमीटरलंबीथांगी-चारंगसड़कभारतकेआखिरीगांवतकपहुंचादीगईहै।वहींछितकुल-दुमतीसड़ककामअबअंतिमचरणमेंहै।

4035किमीलंबीहै भारत-चीनसीमाआपकोबतादेंकिभारतकेपांचराज्योंकेगांवोंकीसीमाचीनसेसटीहुईहै।किलोमीटरमेंयदिसीमाकीबातकरेंतोयहउत्तरसेलेकरपूर्वतककरीब4035किमीहै।यहांआपकोयेभीबतादेंकिपिछलेवर्षजूनसेलेकरअगस्‍ततककरीब72दिनोंतकडोकलामपरदोनोंदेशोंकीसेनाएंआमने-सामनेथीं।डोकलामकायहइलाकाभूटानकावहविवादितक्षेत्रहैजिसपरचीनअपनादावाकरताआयाहै।यहांपरसड़कनिर्माणकेबादभारतऔरचीनकेबीचतनातनीशुरूहुईथी।

चीनकीसीमापारकोशिशइनगांवोंकीसमस्‍याइसलिहाजसेभीकाफीबड़ीहैक्‍योंकिपिछलेदिनोंहीसुरक्षाएजेंसियोंनेगृहमंत्रालयकोरिपोर्टदीहैकिभारत-चीनसरहदकेनजदीकचीनअपने630गांवोंकोदोबाराबसाकरउनकोमजबूतकरनेमेंलगाहुआहै।रिपोर्टमुताबिक,चीनसरहदकेजिन630गांवकोदोबारासेबसारहाहैउनगांवोंमेंआधुनिकव्यवस्थादेरहाहै।इसकेअलावाइनइलाकोंमेंपीपुल्सलिबरेशनआर्मीअपनीडिफेंसपोस्टभीमजबूतकररहाहै।

तिब्‍बतकेलिएमास्‍टरप्‍लानचीननेसरहदकेनजदीकमौजूदअपनेइनसभीगांवको2020तकतिब्बतमेंमौजूदशहरोंसेहाईवेकेजरिएजोड़नेकाप्लानतैयारकियाहै।सूत्रोंकेमुताबिक,चीनइसतरीकेसेभारतकेसरहदकेनज़दीकअपनेगांवमेंस्ट्रैटिजिकपोजीशनकोदेखतेहुएउनकाविकासकररहाहै।साथहीयहांपरअपनेडिफेंससिस्टमकोमजबूतकरनेकेलिएइनगांवोंकाआधुनिकीकरणकररहाहै।

जरासंभलकर!रिसर्चरोबोटकोएककमांडदेकरआपकासाराडाटाचुरासकतेहैंहैकर्सहत्‍याकेदोषीयेकैदीअबअपनीभूलसुधारकरदूसरोंकाभररहेहैंपेट,येहैप्रायश्चित

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