अयोध्या के राजा ने सिपाही को मुआवजे में दी थी गांव की जमीन
गोंडा:बुजुर्गोंकीमानेंतोगांवमेंअयोध्याकेराजाकीजमीनथी।यहींकेश्रीरामशुक्लराजादरबारमेंसिपाहीकीनौकरीकरतेथे।सेवापूरीकरनेकेबादजबवहकार्यमुक्तहुएतोराजानेउन्हेंकामकेबदलेगांवकीजमीनमुआवजेकेरूपमेंदेदीथी।मुआवजेमेंमिलीजमीनपरगांवबसगयाऔरबादमेंइसकानाममैजापुरपड़ा।अबयहगांवबाजारकेरूपमेंबदलचुकाहै।गांवमेंनकेवलचीनीमिलहै,बल्किगन्नाविकाससमितिकादफ्तरभीहै।
-गांवकेप्रयागदत्तशुक्लस्वतंत्रतासंग्रामसेनानीथे।यहींकेभगवानदयालपीएसीमेंअफसरकेपदपरसेवादेचुकेहैं।पारसनाथतिवारी,शिवमूर्तितिवारी,घनश्याम¨सह,यदुनाथतिवारीसेनामेंसूबेदारतोसत्यप्रकाशउपनिरीक्षकहैं।गांवकेमसूदआलमखांवएहसानअलीब्लॉकप्रमुखकीकुर्सीपरआसीनहोचुकेहैं।माधवराजतिवारीलेखाकारवनेहाखानअध्यापिकाहैं।
आजीविकाकेसाधन
-यहांकेलोगरोजीरोटीकेलिएमजदूरीकेसाथहीखेती-बाड़ीकरतेहैं।कुछप्राइवेटनौकरीतोकुछखुदकारोजगारकररहेहैं।चीनीमिलकोछोड़कररोजगारकेलिएकोईसाधननहींहै।यहांकुछलोगव्यवसायकरकेभीघरचलारहेहैं।
-गांवमेंआठमजरेहै।जिसमेंहाता,डीहा,शुक्लनपुरवा,भार्गवपुरवा,रानीबगिया,पाठकपुरवा,पश्चिमपुरवा,सीर
पुरवाशामिलहै।आबादी3600वमतदाता2200हैं।गांवमेंदोप्राइमरीस्कूल,पशुचिकित्सालय,एएनएमसेंटरहै।थानेवअस्पतालसेदूरी9किलोमीटरहै।
यहहोतोबनेबात
-गांवमेंछुट्टाजानवरकिसानोंकीसबसेबड़ीसमस्याहैं।यहांफसलतैयारहोनेसेपहलेहीनष्टहोजातीहै।शुद्धपानीकेलिएपाइपलाइनपरियोजनाकीजरूरतहै।उच्चशिक्षाकेलिएकोईसरकारीस्कूलनहींहै।कईमजरेबिजलीकीरोशनीसेदूरहैं।गांवमेंसफाईव्यवस्थाचौपटहै।जलनिकासीकेठोसइंतजामनहींहै।