बैलगाड़ी में बरात, पालकी में दूल्हा

जागरणसंवाददाता,(करौंदीबाजार)देवरिया:कभीगांवमेंबैलगाड़ीपरदेखीबरात,फिर10सालपहलेआएख्यालकोपूराकरनेकेलिएदेवरियाकेछोटेलालपालनेबिसराईजारहीलोकपरंपराकोअपनीशादीमेंजीवंतकरदिया।वहखुदपालकीमेंगएऔरबरातबैलगाड़ीमें।घरौंदेजैसीसजाईगई11बैलगाड़ियोंमें50बराती35किमीकासफरतयकररविवारकोदुल्हनकेदरवाजेपहुंचे।दुल्हनकेघरवालोंनेबरातकाजोरदारढंगसेस्वागतकिया।बरातजिलेमेंचर्चाकाविषयबनीरही।

सदरतहसीलकेकुशहरीगांवनिवासीछोटेलालपालकीशादीमदनपुरकेबडीहांडनगांवकेरामानंदपालकीपुत्रीसरितापालसेहोरहीहै।रविवारकीदोपहरएकबजेबारिशकेबीचबरातरवानाहुई।छोटेलालपालकीमेंथेऔरबरातीबैलगाड़ियोंपर।बरातनिकलीतोबरबससबकीनिगाहेंउसपरठहरजारहीथीं।35किमीकीदूरीतयकरबरातरातकरीबनौबजेदुल्हनकेदरवाजेपहुंची।बारिश,ऊबड़खाबड़रास्ताऔरराहमेंबंदमिलीअहिल्यापुररेलवेक्रासिंगभीबरातियोंकाउत्साहनहींथामपाई।

छोटेलालनेबतायाकिउनकेपिताजवाहरपालकी2006वमाताकीमृत्यु1997मेंहोचुकीहै।परिवारमेंबड़ेभाईरामविचारपाल,भाभीललितादेवीवभतीजेहैं।2002मेंमुंबईगयाऔरअबवहांफिल्मसिटीमेंआर्टविभागमेंनौकरीकररहाहूं।10सालपहलेमनमेंशादीकोयादगारबनानेकाख्यालआयाथा।शादीतयहुईतोपरिवारऔरदुल्हनपक्षसेइसपरचर्चाकी।बरातकेलिएजबबैलगाड़ियांसजरहीथीं,तबपूरागांवउत्साहितनजरआरहाथा।

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