Corona Effect: लॉक डाउन में बढ़ गयी पारिवारिक कलह, महिला उत्पीड़न और घरेलू हिंसा से जुड़े मामलों में हुआ इजाफा
जोधपुर, रंजनदवे।कोरोनामहामारीनेसम्पूर्णविश्वमेंएकभयऔरअनिश्चिततायुक्तवातावरणकानिर्माणकियाहै।इसवातावरणसेउत्पन्नहुईआर्थिकविषमता,वित्तीयअस्थिरताऔरसामाजिकऔरपारिवारिकएकांतनेहालांकिमहिलाओंएवंपुरूषोंकोसामानरूपसेप्रभावितकियाहैपरन्तुमहिलाओंकेलिएविशेषरूपसेएकविपरीतमाहौलकानिर्माणकियाहै।इसकेफलस्वरूपमहिलाओंकेप्रतिहिंसा,विशेषरूपसेघरेलुहिंसाकीघटनाओंमेंअप्रत्याशितवृद्धिदर्ज़कीगयीहै,जिसकेआंकड़ेगवाहहैं।राजस्थानमेंभीयहआंकड़ाबढ़ाहै।
नेशनलक्राइमरिकॉर्डब्यूरो2019केअनुसारराज18432मामलेघरेलूहिंसामामलेसामनेआए,जोकिदेशमेंसबसेज्यादाहै।वहींजोधपुरमेंमहिलाओंकेलिएकामकरनेवालीस्वयंसेवीसंस्थासंभलीट्रस्टकेद्वाराजारीकिएगए"निर्भयाहेल्पलाइनटोलफ्रीनम्बर"परभीकालआनेकीसंख्यामेंबढ़ोतरीहुईहै।महिलाहेल्पलाइनमेंमहिलाहिंसासेजुड़ेमामलोंकीसंख्या22सेबढ़करप्रतिमाह100कालतकजापहुचीहै।
महिलाउत्पीड़नसेजुड़ेमामलोंमेंवर्ष2019सेवर्ष2020केबीचवैश्विकस्तरपरघरेलुहिंसाकेमामलोमें15प्रतिशतसे30प्रतिशतइजाफादेखागयाहै।राजस्थानहीनहींदेशऔरविश्वकेकईदेशों,यहाँतककीविकसितदेशोंमेंभीलॉकडाउनऔरआर्थिकगिरावटकीवजहसेनौकरियांऔररोज़गार-धंधेखोनेसेहताशाबढ़ीहैजिसकाकुप्रभावमहिलाओंकोझेलनापड़ाहै।राष्ट्रीयमहिलाआयोगकेअनुसारलॉकडाउनऔरउसकेबादकेसमयमेंघरेलुहिंसाकेमामलोंमेंसाधारणसमयकीतुलनामें100प्रतिशततककीवृद्धिहुईहै।महिलाओंकेप्रतिबढेइसअत्याचारकेपरिदृश्यमेंउनकेसामाजिकएवंआर्थिकउत्थानकेलिएपिछले13वर्षोंसेसततरूपसेप्रयत्नशीलसम्भलीट्रस्टनेऐसीपीड़ितमहिलाओंकोसम्बलप्रदानकरनेकेउद्देश्यसे"सम्भलीनिर्भयाहैल्पलाइन"केनामसेएकपहलकेरूपमें1अक्टूबरकोएकटोलफ्रीनंबर18001200020जारीकिया।तीनमहीनेकेइसपायलटप्रोजेक्ट्सकेतहतहेल्पलाइननम्बरपरअक्टूबरनबम्बरमेंतकरीबन170कॉलआये,जबकिदिसम्बरमाहमेंमहिलाअत्याचार,घरेलूहिंसाऔरउत्पीड़नसेजुड़े100कालआगए।
संभलीट्रस्टकेप्रबंधकन्यासीगोविन्दसिंहनेबतायाकिअक्टूबरऔरनवम्बरकेप्रथमदोमाहमेंही170केकरीबमहिलाओंनेदेशकेविभिन्नभागोंसेइनविशेषज्ञोंसेहैल्पलाइनकेज़रियेसहायताकेलिएसंपर्ककियाहैं,जिनमेंसेअधिकतरमामलेघरेलुहिंसाकीशिकारमहिलाओंकेहैं,जोपरिवारकेपुरुषोंद्वाराउनपरकीगयीहिंसाकादंशझेलरहीहै। कईमामलोंमेंतोमहिलाओंकोघरबदरभीकरदियागया।
सिंहकेअनुसारइसहैल्पलाइनकाप्रमुखउद्देश्यपीड़ितमहिलाओंकोमानसिकसम्बलऔरभावनात्मकमज़बूतीदेनेकेसाथहीउनकेसाथहुईघटनाकेकानूनीपहलुओंपरभीमार्गदर्शनप्रदानकरनाहैताकिवेहिंसाकेविरुद्धमज़बूतीसेआवाज़उठासकें।ट्रस्टसेजुड़ेमनोवैज्ञानिकऔरकानूनीविशेषज्ञोंकेमाध्यमसेतरीबन118सेमामलोंमेंमध्यस्ताकरमहिलाओंकोराहउपलब्धकरवाईगई,जहांकिसीभीहिंसा,शोषणअथवाउत्पीड़नकीशिकारमहिलाबिनाकिसीभययासंकोचकेसंपर्ककरमददपासकतीहै।ऐसीकुछस्थानीयमहिलाओंकोट्रस्टद्वारारोज़गारऔरआश्रयदेनेकीभीकोशिशकीगयीहै।
जयपुरऔरजोधपुरसेपढ़ीलिखीमहिलाएंभीहैघरेलूहिंसाकीशिकार
निर्भयाहेल्पलाइनकेजरिएमहिलाउत्पीड़नसेजुड़ेमामलोंमेंचौंकानेवालेतथ्यकेरूपमेंदेखेतोअधिकांशमहिलाएंपढ़ेलिखेऔरसभ्रांतपरिवारसेमानीजातीहैंलेकिनपरिवारिककलकाशिकारहैं।हेल्पलाइनसेंटरअकेलेजयपुरसेऐसेमामलोंकीसंख्या55औरजोधपुरमें45दर्जकीगईहै।इसकेअलावाराजस्थानकेअलावागोवा,उत्तरप्रदेशवदेशकेकईअन्यहिस्सोंसेभीमहिलाअत्याचारसेजुड़ेमामलेसामनेआएहैं।वही18से40सालकीमहिलाएंघरेलूहिंसाकीशिकारसर्वाधिकहोतीहैं।वहीचोकानेवालातथ्ययेभीहैकिकोरोनाकालकेसमय40सालसेऊपरकीमहिलाएंभीघरेलूहिंसाकीशिकारहुईहै।
किसतरहकेमामलेआयेहै:
3माहकेइसपायलटप्रोजेक्टकेतहतनिर्भयाहेल्पलाइनपरघरेलूहिंसासेजुड़े80मामलोंकेअलावा,रिलेशनशिप ब्रेकडाउनयातलाककेमामलोंकीसंख्याभीअधिकहै।इसकेअलावाजबरदस्तीशादीकरवाने,स्त्रीसूचकशब्दोसेप्रताड़ितकरने,साइबरक्राइमकेजरियेब्लैकमेलकरने,पैसेऐंठने,किडनैपिंगकेमामलेभीआयेहैं।हेल्पलाईनपरबालविवाहसेजुड़े4मामलेभीदर्जकिएगएहैं।
क्याकहतेहैंजानकार:
जोधपुरमनोवैज्ञानिकअभिलाषा-ऐसीमहिलायेंबहुतडरीहुईऔरनिराशहोतीहोतीहैंतथाकुछसोचनेकीस्थितिमेंनहींहोतीहैं।ऐसीमहिलाओंकीव्यक्तिगतकाउंसलिंगकरनेकेसाथहीइनकेपतिऔरपरिवारजनोंसेभीबातकरतेहैंजिससेउनमेंमनोवैज्ञानिकसलाहऔरभावनात्मकप्रोत्साहनमिलसके।
अधिवक्तावकानूनीसलाहकारशिवानीसिंह- महिलाएंएकऐसेमाहौलमेंरहनेऔरसहनेकोविवशहोतीहैंजहाँसेवेअपनीपीड़ाकिसीकोनहींबतासकतीहैं।साथहीउन्हेंऑनलाइनपुलिसशिकायतदर्जकरने,अपनेकानूनीअधिकारों,विभिन्नकल्याणकारीयोजनाओंऔरसहायताउपलब्धकरवानेवालेमाध्यमोंकीकोईजानकारीनहींहोतीहै।ऐसेमेंट्रस्टउनकोनसिर्फयेजानकारियांउपलब्धकरवाताहैंबल्किउनकीहरकदमपरसहायताभीकरतेहैं।
जोधपुरनिदेशक,संभलीट्रस्टगोविंदसिंहराठौड़- हैल्पलाइनकेज़रियेहरसंभवपीड़ितमहिलातकपहुँचनेकाप्रयासहै,ताकिमहिलाओंकोनसिर्फहिंसाऔरउत्पीड़नसेबचायाजासके।ट्रस्टमहिलाओंऔरलड़कियोंकेलिएकार्यशालाएँआयोजितकरइनसभीयोजनाओंकीजानकारीभीदेरहाहैऔरऐसेकिसीभीउत्पीड़नकेखिलाफआवाज़उठानेकेलिएप्रोत्साहितभीकररहाहै।महिलाओंमेंलीगलअवेयरनेसकेलिएभीप्रयासकियेजारहेहैं।