गांव-गांव लगाई डिजिटल क्लास, बच्चें ही नहीं अभिभावक भी पढ़ रहे

सबहेड-कईबच्चोंकेदादा-दादीभीसीखरहेवविज्ञानकीबारीकियां

-कईअनपढ़लोगअबअंग्रेजीमेंबनानेलगेहस्ताक्षर

-राज्यअध्यापकपुरस्कारसेसम्मानितमनीषकीपहलपरजुड़रहेकईशिक्षक

जागरणसंवाददाता,औरैया:कोविडमेंजबसबस्कूलकॉलेजबंदथेचलरहेथेतोबसऑनलाइनक्लास।गांवकेबच्चेकैसेसीखेतोएकशिक्षककीमुहिमनेतमामगांवमेंडिजिटलक्लासेजशुरुकरदी।कोविडकेनियमोंकापालनकरलैपटॉपवप्रोजेक्टरसेक्लासकाआयोजनकिया।यहऐसीकक्षाथीजिसमेंबच्चेहीनहींपूरागांवपढ़ताथाऔरबच्चोंकेमाता-पिताभी।कईबच्चोंकेतोदादा-दादीभीपढ़रहेथे।कईगांवमेंअबयहहालतयहहैकिहस्ताक्षरनकरपानेवालेअबअंग्रेजीमेंभीहस्ताक्षरकरलेतेहैं।मनीषकाकहनाहैकिविद्यालयखुलनेकेबादभीउनकीक्लासेजजारीरहेगीऔरतमामविद्यालयकेशिक्षकइसमुहिममेंजुड़रहेहै।पूर्वमाध्यमिकविद्यालयशिवगंजविकासखंडसहारकेराज्यअध्यापकपुरस्कारप्राप्तविज्ञानशिक्षकमनीषकुमारनेग्रामीणक्षेत्रकेबच्चोंकोगांवगांवजाकरअपनी0क्लासकेमाध्यमसेपढ़ानेकीअनूठीपहलशुरूकीहै।शिवगंजकेसमीपस्थितगांवपुरवाक्षमा,बरियारेमऊमेंसबसेपहलेक्लासआयोजितहुई।क्लासमेंसभीकोसैनिटाइजकरायाजाताऔरशारीरिकदूरीकापालनभीहोतातथासभीकोमास्कभीदिएजाते।विज्ञानकीबारीकियांबताईजिससेलोगोंमेंदिलचस्पीलगीऔरफिरक्यापूरागांवक्लासमेंआनेलगा।विषयथेआखिरध्वनिकैसेउत्पन्नहोतीहै?हमारीदोआंखेहीक्यूंहोतीहैं?एकआंखबंदकरनिशानाक्यूंलगातेहैं?हमदूरसेआनेवालीध्वनिसेअक्सरउसकेश्रोतकीदिशाकाअनुमानक्यूंनहींलगापाते?सुननेकेलिएआंखोंकाहोनाजरूरीहैक्या?घर्षणकेप्रयोगोंपरआधारितबिनारस्सीकोबोतलपरबांधकरपकड़नादिखाकरबच्चोंवआमजनमानसकोअंधविश्वाससेबचावकेबारेमेंबड़ेरोचकऔरजीवंततरीकेसेबताया।क्लासेजरोचकबनीतोबच्चोंकेमातापितावदादादीभीलिखनासीखनेलगे।आजइनगांवकेतमामलोगअबअंग्रेजीमेंहस्ताक्षरबनातेहैं।इसअभियानमेंस्वामीविवेकानंदइंटरकॉलेजकेभौतिकीविज्ञानप्रवक्तारामेंद्रसिंहकुशवाहावअंग्रेजीमाध्यमप्राइमरीस्कूलशिवगंजकेप्रधानाध्यापकअश्वनीकुमारभीजुड़गए।शिक्षकमनीषकाकहनाहैकिउनकायहअभियानजारीरहेगा।

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