गांव की टोली छांट रही निरक्षरता का अंधेरा
राघवेंद्रमिश्रा,सूरतगंज(बाराबंकी)आजनिरक्षरव्यक्तिहै,पग-पगपरपरेशान,शिक्षासेहीबनेहै,येजीवनआसान।इसदोहेकोचरितार्थकररहीहैअभिनवटोली।पांचयुवाओंकीटोलीनिरक्षरऔरआर्थिकरूपसेकमजोरबच्चोंकेजीवनसेनिरक्षरताकेअंधेरेकोछांटरहीहै।चैनपुरवागांवमेंउनपरिवारकेबच्चोंकोमुफ्तशिक्षादेरहीहै,जोयातोस्कूलजातेहीनहींयाफिरउनकेपासबेहतरशिक्षाकेलिएपैसेवसंसाधनकाअभावथा।तत्कालीनएसपीडॉ.अरविदचतुर्वेदीकीपहलसेअबइसटोलीकाउद्देश्यहरबच्चेकोसाक्षरबनाकरसमाजकीमुख्यधारामेंलानेकाहै।
गांवमेंलगतीइनकीपाठशाला:कच्चीशराबकेअवैधकारोबारसेपूर्वमेंलिप्तचैनपुरवागांवमेंअशिक्षितबच्चोंकेभविष्यकोध्यानमेंरखतेहुएएसपीनेकुछदिनपलहेगांवकेशिक्षितयुवाओंकीएकटोलीतैयारकीऔरइन्हेंगांवमेंशिक्षाकेफैलेअंधेरेकोदूरकरनेकेलिएप्रेरितकिया।फिरक्याथायेटोलीगांवकेउनअशिक्षितबच्चोंकोएकत्रकरनेलगी,जोसंसाधनोंकेअभावमेंअबतकशिक्षासेदूरथे।गांवकेबीचएकखालीभूमिपरपाठशालासंचालितहोनेलगी।अबगांवकेकरीबचालीसबच्चेनियमितशिक्षासेज्ञानकादीपप्रज्वलितकररहेहैं।पाठशालामेंगांवकेअधिकांशपरिवारोंकेबच्चेशामिलहोतेहैं।
येहैंअभिनवटोलीकेसदस्य:प्रदीपकुमार,सुब्रा,उज्ज्वला,संझनीवआनंदपांचगांवकेयुवाइनबच्चोंकोशिक्षितकरनेकाकार्यमधुमक्खीपालकनिर्मितसिंहकीदेखरहेमेंकररहेहैं।
शिक्षाकेसंसाधनोंकीहोरहीव्यवस्था:एसपीनेबच्चोंकेशिक्षितकरनेकीमुहिमशुरूकी,तोसंसाधनोंकीआवश्यकताहुई।बच्चोंकेलिएकापी,किताबें,पेन,पेंसिल,व्हाइटबोर्ड,बच्चोंकेबैठनेकेलिएचटाईआदिसामग्रीकीव्यवस्थाकी।