घर पर नहीं मिला रोजगार तो काम की तलाश में हुए रवाना
संवादसूत्र,डंडई(गढ़वा):प्रखंडकेविभिन्नगांवसेसैकड़ोंकीसंख्यामेंइनदिनोंप्रतिदिनदूसरेप्रदेशोंमेंरोजीरोजगारकोलेकरकामगारपलायनकररहेहैं।कामगारोंनेबतायाकिगांवमेंरोजगारनहींमिलनेकेकारणबाहरकेराज्योंमेंपलायनकररहेहैं।कामगारोंकोजानेकेलिएकंपनीद्वारापंजाबसेभेजीगई44सीटरबसनंबरपीबी03एपी-5941रविवारकोडंडईआईथी।कामगारोंनेबतायाकियहबसपंजाबकेएककंपनीद्वाराभेजीगईथीऔरस्थानीयठेकेदारद्वाराकामगारोंकोवहांलेजायाजारहाहै।लगभग44कामगाररवानाहुए।बसमेंसवारहोनेकेपूर्वकामगारोंनेबतायाकिगांवमेंरोजगारकाकाफीअभावहै।हमलोगगरीबीसेजूझरहेहैं।गांवमेंइनदिनोंबरसातकेकारणमनरेगाकाकार्यभीबंदहै।कहींनिजीकामभीनहींमिलरहाहै।जिसकेचलतेहमलोगोंकोअपनेघरपरिवारकाखर्चचलानामुश्किलहोरहाहै।वहीवैश्विकमहामारीकोरोनाकेकारणकोईकामनहींमिलनेसेपरिवारघरमेंआर्थिकतंगीउत्पन्नहोगईहै।हमलोगोंकोकिसीतरहकर्जलेकरघरपरिवारचलारहेथे।कामगारोंनेबतायाकियदिमनरेगाकाकामगांवमेंचालूभीरहतातोमजदूरीइतनीकमहैकिइसमहंगाईकेदौरमेंपरिवारकागुजाराचलानामुश्किलहै।मनरेगायोजनाकेकार्यकरनेपरहमलोगोंकोदैनिकमजदूरीकेनामपरमात्र194रुपयेहीमिलताहैजबकिबाहरकेराज्योंकीऔद्योगिकक्षेत्रोंमेंकमसेकम400से600सौरुपयेदैनिकमजदूरीमिलजातीहै।अगरदूसरेप्रदेशोंकीतरहझारखंडकेप्रत्येकजिलेमेंभीउद्योगधंधालगायाजातातोहमलोगोंकोबाहरपलायननहींकरनापड़ताऔरहमलोगोंकोअपनेप्रदेशकेजिलेमेंहीरोजीरोजगारकासाधनहोजाता।बसचालकराजवीरनेबतायाकिइसकेपूर्वभीएकबसकामगारोंकोलेजाचुकेहैं।यहदूसरीबारलेजारहेहैंजिसमें44कामगारहैं।पक्ष
पलायनकोरोकनेकेलिएमनरेगायोजनासेतालाबकानिर्माणकार्यकरायाजारहाहै।विभागकेआदेशमिलतेहीमनरेगाकेअन्यकार्योंकोचालूकरायाजाएगा।
प्रखंडविकासपदाधिकारी,डंडई