हमर खतवा में दू बार पांच सौ टक्का ढुक गैलेय
करौं(देवघर):दिनरविवारसुबहकेनौबजरहेहैं।हमप्रखंडमुख्यालयसेसाढ़ेतीनकिमीदूररानीडीहगांवमेंहैं।गांवमेंलगभग80घरहैं।लॉकडाउनकाप्रभावइसगांवपरभीपड़ाहै।आमदिनोंकीतरहगांवमेंचहल-पहलनहींदिखी।मुख्यसड़कपरलगभगसन्नाटापसराहुआहै।कुछबच्चेसड़कोंपरघूमतेदिखेजबकिगांवकीराशनदुकानखुलीहुईथीजहांकुछमहिलाएंशारीरिकदूरीकापालनकरतेआवश्यकसामानखरीदरहींथीं।जबकिविभाषसिंह,विश्वनाथसिंह,राजूसिंह,दिवाकरसिंहघरकेबाहरबैठलॉकडाउनपरचर्चाकरतेदिखे।जोरइसबातपरकिलॉकडाउनसेपरेशानीतोहोरहीहैलेकिनकोरोनासेबचनेकेलिएइसकापालनकरनाभीजरूरीहै।लॉकडाउनमेंछूटमिलनेकेबादयहांकेकिसानअपनेखेतोंकीओरजातेदिखे।कुछआगेबढ़नेपरगांवकेडब्लूसिंह,भूनासिंहअपनेसहयोगीअजीतबाउरी,कीमतबाउरीकोमकईलगानेकेलिएखेतोंकीतैयारीकरतेदिखे।पूछनेपरकहाकिलॉकडाउनकेकारणउनकीआर्थिकस्थितिखराबहोगईथीलेकिनप्रधानमंत्रीकिसानसम्मानयोजनाकेउनकेखातेमेंदोहजाररुपयेआयाहै।इसकीवजहसेउन्हेंखेतीकरनेमेंआसानीहुई।बतायाकिगांवकेलोगोंकीजीविकाखेतीपरआधारितहै।उधरगांवकीमहिलाओंमेंकाफीखुशदिखीं।लॉकडाउनकेदौरानसरकारनेमहिलाओंकेलिएकईसुविधाएंदीहैं।प्रधानमंत्रीगरीबकल्याणयोजनाकीचर्चाछेड़तेहीगांवकीखोमादेवी,रीतादेवी,ममतादेवी,खुशबूदेवीनेचहकतेहुएकहाकिहमरखतवामेंदूबारपांचसौटकाढुकगैलेय।वहीसरकारएकआदमीपरदसकिलोआरोगैसोभीफ्रीमेंदैलको।लॉकडाउनकेदौरानमिलालाभ:ग्रामीणोंनेकहाकिलॉकडाउनमेंलोगोंकोकिसीप्रकारकीपरेशानीनहींहोइसकेलिएसरकारहरसंभवप्रयासकररहीहै।गांवके94किसानोंकेखातेमेंदोहजाररुपयेभेजागयाहै।125महिलाओंकेजनधनखातेमें500रुपयेकीपहलीवदूसरीकिस्तभीदेदीगई।उज्जवलायोजनाकेतहतगांवके80लोगोंकोनिश्शुल्कगैसमिलाहै।जबकि182राशनकार्डधारियोंकोप्रतिव्यक्तिदसकिलोचावलमिलाहै।