हर दूसरे से तीसरे दिन बाद मर रहा गौवंश, जिला प्रशासन बोला सब ठीक है
सोनूउप्पल,बरनाला:बेशकप्रदेशसरकारद्वारागोकरलगाप्रदेशसेहरवर्षकरोड़ोंरुपयेकाखजानाभरलियाजाताहै,लेकिनबेसहारापशुओंकेनामपरएकत्रहोनेवालेइनकरोड़ोंमेंलाखोंभीखर्चनहींहोपारहा,जिसकारणसड़कोंपरघूमरहेबेसहारापशुकभीखुदवाहनकीचपेटमेंआकरतोकहींगोशालामेंअधूरेप्रबंधोंकेकारणमौतकाशिकारहोरहेहैं।
प्रदेशसरकारद्वाराजिलाबरनालाकेगांवमनालमें13एकड़मेंबनाएगएकैटलपौंडकीशुरुआतमें1300पशुओंकोछोड़ागयाथा,जोअबप्रतिदिनहरदूसरेसेतीसरेदिनबादमरमररहेहैं।अबएकहजारकेकरीबबेसहारापशुहैं,जिसमें600गायव400बेसहारापशुशामिलहै।मनालकैटलपौंडकोबनेएकवर्षकेकरीबकासमयबीतचुकाहै,वहांपरअभीतकनतोसर्दीवगर्मीकेमौसममेंपशुओंकेलिएउचितप्रबंध,साफसफाईवपशुओंकेमलवेकाप्रबंध,पशुओंकेलिएपक्केफर्शकाप्रबंध,नापरयाप्तमेंफीडऔरनहीचारदीवारी,नाहीरातकोलाइटप्रबंध,नगोरक्षकोंकोकमरा,नहीतूड़ीकीसंभालकेलिएशैडसहितअन्यप्रबंधकिएगएहैं,जिसकारणमलवेसेगादजमाहोनेसेबेसहारापशुफंसकरकेगिररहेहैंवबीमारपशुदमतोड़रहेहैं।बेसहारापशुओंकीसंभालकेलिएसेवादारोंकोपरेशानियोंकासामनाकरनापड़तारहाहै।किसवस्तुपरकितनालगारहीपंजाबसरकारगोकर
प्रदेशकीकैप्टनसरकारहरवर्षइनवस्तुओंजिसमेंचारपहियावाहनपर1000,एसीहालकीबु¨कगपर1000,बिनाएसीहालकीबु¨कगपर500,दोपहियावाहनपर500रुपए,100रुपयेकातेलकेटैंकरपर,2पैसेबिजलीकेप्रतियूनिटपर,एकफीसदसीमेंटपर,10रुपयेइंडियनमेडव5रुपयेपंजाबमीडियमफोरिग्नपरलगाकरकरोड़ोंरुपयेखजानेमेंभरहजमकरलिएजातेहैं,एकअनुमानकेअनुसारप्रतिवर्ष100करोड़केकरीबसेसइक्ट्ठाहोताहै।नहींमिलपारहाजरूरतकेहिसाबसेचारा
एकअनुमानकेअनुसारएकपशुकोप्रतिदिनकरीब3किलोफीडवएकहजारसंख्यामेंशामिलबेसहारापशुओंकेलिएतीनक्विंटलफीडकीजरूरतहोतीहै,लेकिनमनालमेंकेवलपूरेमाहमेंएकहजारकिलोफीडहीमिलपातीहै,लेकिनजरूरत5हजारफीडकीहै,जोउनकेलिएबहुतकमहै।जिलाप्रशासनकानाकामी,गोभक्तोंमेंबड़ीआस्था
समाचारपत्रोंमेंहरमाहमनालगौशालाकोलेकरअधूरेप्रबंधोंकेखुलासेवजिलाप्रशासनकीनाकामीकोदेखतेगोपुत्रभक्तोंमेंश्रद्धाकाभावबढ़गयावगोशालाकोदेखतेहुएश्रद्धालुनरेशकुमारद्वाराट्रैक्टरट्राली,बरनालाकेसहयोगियोंद्वारा20लाखकीलागतसे31फीटचौड़ाव200फीटलंबासैड़बनायागयाहै।
व्यापारमहासंघजिलाबरनालाकेप्रधानललितगर्गनेकहाकिबाजारोंमेंबेसहारापशुओंकाआंतकबढ़रहाहै,बुधवारसुबहउनकीदुकानसमक्षबेसहारापशुद्वाराएकदुकानदारवएकयुवतीकोरौंददेनाथा,उन्होनेभागकरकेअपनीजानबचाई।छात्रोंकोहोतीहैपरेशानी:नरेश
सीजरसैलूनकेएमडीनरेशकुमारनेकहाकिउनकीअकादमीमेंसैकड़ोंयुवतियोंपढ़नेआरहीं,जिनकोअपनेघरजातेसमयबेसहारापशुओंकेकारणपरेशानियोंकासामनाकरनापड़ताहै,क्योकिसड़कोपरखुलेआमबेसहारापशुघूमरहेहै।मंडियोंमेंहोरहीपरेशानी:छीनीवाल
भाकियूलक्खोवालकेजिलाप्रधानजगसीरछीनीवालनेकहाकिखेतोंमेंफसलपककरकेतैयारहोचुकीहै,ऐसेमेंजहांबेसहारापशुओंकाआंतकखेतोंमेंहै,अनाजमंडियोंमेंभीमुश्किलोंकासामनाकरनापड़ेगा।
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