कानपुर: गांव पहुंचते ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने चूम ली मिट्टी, बोले- यहीं से राष्ट्रपति भवन तक पहुंचा
राष्ट्रपतिरामनाथकोविंदआजअपनेगांवपहुंचे.उनकेगांवकानामपरौंखहै,जोयूपीकेकानपुरदेहातमेंपड़ताहै.राष्ट्रपतिकोविंदरविवारकोजैसेहीअपनेगांवपहुंचेतोहेलीपैडपरहीउन्होंनेअपनेगांवकीजमीनकोचूमा.इसेदेखकरवहांमौजूदसीएमयोगी,राज्यपालआनंदीबेनपटेलऔरउनकेसुरक्षाकर्मीभीभावुकहोगए.खुदराष्ट्रपतिभीगांवकीजमीनपरपैररखतेहीभावुकहोगए.इसीगांवमेंराष्ट्रपतिरामनाथकोविंदकाजन्म1अक्टूबर1945कोहुआथा.
यहांपहुंचनेकेबादराष्ट्रपतिनेट्वीटकिया,"मैंकहींभीरहूं,मेरेगांवकीमिट्टीकीखुशबूऔरमेरेगांवकेनिवासियोंकीयादेंसदैवमेरेहृदयमेंविद्यमानरहतीहैं.मेरेलिएपरौंखकेवलएकगांवनहींहै,येमेरीमातृभूमिहै,जहांसेमुझे,आगेबढ़कर,देश-सेवाकीसदैवप्रेरणामिलतीरही."
उन्होंनेआगेलिखा,"मातृभूमिकीइसीप्रेरणानेमुझेहाईकोर्टसेसुप्रीमकोर्ट,सुप्रीमकोर्टसेराज्यसभा,राज्यसभासेराजभवनऔरराजभवनसेराष्ट्रपतिभवनतकपहुंचादिया."उन्होंनेकहा,"मैंनेसपनेमेंभीकभीकल्पनानहींकीथीकिगांवकेमेरेजैसेएकसामान्यबालककोदेशकेसर्वोच्चपदकेदायित्व-निर्वहनकासौभाग्यमिलेगा.लेकिनहमारीलोकतांत्रिकव्यवस्थानेयेकरकेदिखादिया."
उन्होंनेआखिरीमेंलिखा,"जन्मभूमिसेजुड़ेऐसेहीआनंदऔरगौरवकोव्यक्तकरनेकेलिएसंस्कृतकाव्यमेंकहागयाहै:जननीजन्मभूमिश्चस्वर्गादपिगरीयसीअर्थातजन्मदेनेवालीमाताऔरजन्मभूमिकागौरवस्वर्गसेभीबढ़करहोताहै."
राष्ट्रपतिरामनाथकोविंद25जूनकोस्पेशलट्रेनकेजरिएदिल्लीसेकानपुरआएहैं.राष्ट्रपति28जूनकोयहांसेट्रेनकेजरिएहीलखनऊजाएंगेऔरउसकेबाद29जूनकोफ्लाइटसेदिल्लीलौटेंगे.