मौत ही युवकों को खींच ले गई शीतलपुर बाजार
जागरणसंवाददाता,छपरा:छपरा-पटनामुख्यमार्गपररविवारकीदेररातहुईसड़कदुर्घटनानेतीनघरोंकाचिरागबुझादिया।सोनपुरमेलाघूमकरलौटनेकेदौरानहुएभयंकरहादसेमेंहुईतीनयुवकोंकीमौतसेमातमपसरगया।घटनाकेबादकरीबछहघंटेतकलोगोंनेआवागमनठपकरहंगामाकिया।
मालूमहोकितीनोंसोनपुरमेलासेलौटनेकेबादउन्हचकगांवआगएथे।घरलौटनेकेबादमिठाईखानेकीइच्छाहुई।तीनोंउसीबाइकसेशीतलपुरनिकलगए।शायदउन्हेंयहपतानहींथाकिउनकीयहअंतिमयात्रासाबितहोगी।शीतलपुरसेलौटतेसमयहीदिघवाराथानाक्षेत्रकेबस्तीजलालजानपरस्थितहनुमानमंदिरकेसमीपहादसाहुआ।मृतकोंमेंदिघवाराथानाकेउन्हचकगांवइसमेंशत्रुघ्नशर्माके20वर्षीयपुत्रसुबोधकुमारकीमौकेपरहीमौतहोगई।जबकिरैयाथानाकेभलुआंशंकरडीहनिवासीस्वब्रजकिशोरपाठकके21वर्षीयपुत्रमनोरंजनपाठक,तरैयाकेहीरजवाड़ागांवनिवासीविश्वकर्माशर्माकेपुत्रबुलेटशर्माकीमौतअस्पताललेजानेकेक्रममेंहोगई।
उन्हचकगांवमेंबुलेटशर्माकीबुआकीशादीहैजोसुबोधकीचाचीहै।बुलेटहीअपनेदोस्तमनोरंजनकोसाथलेकरसोनपुरमेलाघुमानेकेलिएउन्हचकगांवस्थितबुआकेघरआयाथा।
घटनाकीसूचनापरपहुंचीपुलिसनेतीनोंशवकोरातमेंहीपोस्टमार्टमकेलिएछपरासदरअस्पतालभेजदिया।
सुबहतकठपरहाआवागमन
घटनासेगुस्साएग्रामीणोंनेरातमेंमुख्यमार्गकोजामकरदिया।मशक्कतकेबादसुबहचारबजेकेकरीबलोगोंनेजामहटाया।इसदौरानदोनोंओरगाड़ियोंकीलंबीकतारेंलगीरहीं।इसमामलेमेंसुबोधकेपिताशत्रुघ्नशर्माकेबयानपरदिघवाराथानेमेंप्राथमिकीदर्जकीगईहै।
पढ़ाईकेसाथसाइबरकैफेमेंकामकरताथासुबोध
फोटो-17सीपीआर9संवादसूत्र,दिघवारा:सुबोधकुमारकीमौतकीखबरमिलतेहीघरमेंकोहराममचगया।मां-बापकोयकीनहीनहींहोरहाथाकिउनकासबसेछोटापुत्रअबउन्हेंछोड़चलाहै।पोस्टमार्टमकेबादसोमवारकीसुबहजबशवगांवपहुंचातोसबकीआंखेंनमहोगई।सुबोधइंटरकाछात्रथा।तथागांवमेंहीएकसाइबरकैफेमेंकामकरताथा।वहतीनभाइयोंमेंसबसेछोटाथा।दोनोंबड़ेभाईबाहरशहरमेंरहकरमजदूरीकामामकरतेहैं।घरकाएकलौताकमाऊसदस्यथामृतकबुलेट
संवादसूत्र,तरैया:राजवारागांवनिवासीबिक्रमाशर्माके20वर्षीयइकलौतेपुत्रबुलेटशर्मावभलुआशंकरडीहनिवासीस्व.ब्रजकिशोरपाठकके25वर्षीयपुत्रमनोरंजनपाठककाशवगांवमेंपहुंचतेहीचीत्कारमचगया।बुलेटकेपिता,मांबुच्चीदेवीअपनेपुत्रकेवियोगमेंबेहोशहोगएथे।चारोंबहनेंज्योति,निशा,रानी,कृतिअपनेबिलख-बिलखकररोरहीथी।बुलेटअमनौरइंटरकॉलेजकाछात्रथा।वहलकड़ीकाकुशलकारीगरभीथा।मनोरंजनकेपिताकीदोसालपहलेहोचुकीहैमौत
मनोरंजनपाठककेशवकेपासमांसुनैनादेवीविलापकररहीथीं।पिताब्रजकिशोरपाठककादोसालपहलेहीनिधनहोगयाहै।दोभाइयोंमेंमनोरंजनछोटाथा।बड़ेभाईई.दिवाकरपाठकपुणेमेंरहतेहैं।दादाबबनपाठकवदादीकमलावतीदेवीपोतेकेमौतकीखबरसेबेसुधथे।