महिला बनने के लिए पुरुष को करनी पड़ती है मशक्कत, पूरी रात होता है श्रृंगार, पढ़िए राजस्थान जोधपुर की ये कहानी
लालसुर्खजोड़ेमेंसिरपरमिट्टीकाघुडलामाथेपरउठाएनिकलीइसमहिलाकीसुंदरताकिसीहिरोइनसेकमनहींहै।लेकिनसोलहश्रृंगारऔरगहनेसेसजीयहमहिलानहीपुरुषहै।जिसेयहस्वांगरचनेकेलिएकाफीमशक्कतकरनीपड़ी।पहलीबारजबकोईइसेदेखताहैतोदेखताहीरहताहै।जबतककिसीकोपतानाहोवहनहींकहसकताहैकियहअसलमेंमहिलानहींपुरुषहै।
दरअसलजोधपुरमेंगणगौरकामेलादोतरहसेहोताहै।एकमेलापूराहोचुकाहैअबधींगागवारकापूजनशुरूहोगयाहै।सोमवारकोइसक्रममेंफगडाघुडलाकाआयोजनकियागयायहअलगतरहकामेलाहोताहैइसमेंएकपुरुषमहिलाबनकरमिट्टीकाघड़ाअपनेसरपरलेकरनिकलताहै।
जोधपुरमेंयहमेला54सालसेनिकलरहाहै।इसमेंकईझांकियांभीहोतीहै।इसबारमहिलाकास्वांगकरनेकामौकाआईटीमैनेजरअक्षयलोहियाकोमिला।इसकेलिएअक्षयकोबकायदाअडिशनसेगुजरनापड़ा।तबकहींजाकरसोमवाररातकोउसेघुड़लाउठानेकामौकामिला।महिलाकास्वांगरचनेकेलिएबाकायदाउसकेपहलेमेहंदीलगाईगई।सोमवारदोपहरसेलेकरराततकउसेमहिलाओंनेतैयारकिया।इसकेमेनिक्योरपेडिक्योरकिएगए।जेवरातपहनाएगए।महिलाकास्वांगधरनेकेबादकोईयहनहींबतासकताकीवहपुरुषहै।खुदअक्षयकाकहनाहैकीउसेइसकेलिएबहुतमेहनतकरनीपड़ी।
मारवाड़मेंगणगौरकापूजनसुहागकीकामनाएवंलंबीउम्रकेलिएकियाजाताहै।जोधपुररियासतकेपीपाड़में1578मेंजबगणगौरपूजनचलरहाथाऔरगंगाऔरगणगौरपूजनेवालीमहिलाएंजिन्हेंतिजनियाकहाजाताहै।पूजनकेदौरानउनकाअजमेरकीशाहीसेनाकेसेनापतिघुड़लेखांअपहरणकरलिया।यहपताचलनेपरजोधपुरसेरावसातलवहांपहुंचे।भीषणयुद्धमेंघुड़लेखांकेचंगुलसेमहिलाओंकोछुड़ाया।रावसातलनेघुड़लेखांकेसिरपरकईतीरमारे।उसकासिरकाटकरमहिलाओंकेहवालेकरदिया।जिसकेबादमहिलाएंइसकेसिरकोलेकरअपनीजीतजश्नमनातेहुएघूमीथी।
इसघटनाकेबादछेदकिएमिट्टीकेघड़ेमेंमिट्टीकाघड़ाजिसमेएकदीपकलगाकरमहिलाएंघूमनेलगी।यहसंदेशदियाजाताहैकिघुड़लेखांनेजोकियाउसकायहहश्रहुआथा।जोधपुरकेभीतरीशहरकेपुरुषोंने1969मेंइसेमेलेकारूपदेनेकेलिएएकपुरुषकोमहिलाबनाकरघुडलाउठानेकीपरंपराशुरूकीथीजोआजतकजारीहै।