परिक्रमा डोली का मटिहानी में भव्य स्वागत, बही भक्तिधारा

मधुबनी।मिथिलाकीसुप्रसिद्ध15दिवसीयपावनपरिक्रमाकीडोलीशनिवारकोगिरजास्थानफुलहरसेचलकरतीसरेपड़ावस्थलनेपालकेमटिहानीपहुंची।जहांलक्ष्मीनारायणमठकेमानमहंतजग्रनाथदासवैष्णवकेनेतृत्वमेंमेयरहरीप्रसादमंडलएवंसीमावर्तीक्षेत्रकेहजारोंनरनारियोंनेमिथिलाबिहारीएवंजानकीजीकीडोलीएवंसाथचलरहेसाधु,संतएवंमहंतोंकापुष्पवृष्टिकरभव्यस्वागतकिया।सीमावर्तीक्षेत्रकेलोगभगवानकीडोलीकीपूजा-अर्चनाकी।इसक्रममेंसाधुसंतोद्वाराकियेजारहेजयश्रीसीतारामनामकीजयघोषवभजनकीर्तनसेमाहौलआध्यात्मिकहोगया।भगवानकीडोलियोंकेपहुंचतेहीलोगोंकीभारीभीड़दर्शनकेलिएउमड़पड़ी।साधुसंतोकेलिएफलवभोजनकीव्यवस्थापरिक्रमामेंभागलेनेवालेसाधु,संत,महंतवअन्यश्रद्धालुकासीमावर्तीक्षेत्रकेलोगोंनेठंढ़ा-गरमपेयजल,फल,भोजनआदिसेस्वागतकिया।रास्तेमेंसड़ककिनारेखड़ेहजारोंलोगोंनेभगवानकीडोलियोंपरपुष्पवृष्टिकरअपनीश्रद्धानिवेदितकररहेथे।परिक्रमामेंदोनोंदेशोंकेहजारोंसंतमहात्मा,गृहस्थोंकेअतिरिक्तभारतीयक्षेत्रकेअयोध्या,काशी,मथुरा,वृंदावनआदिकेलाखोंश्रद्धालुसियारामभक्त15दिनोंतकभक्तिकेसाथपांवपैदलभागलेतेहैऔरसियारामकेप्रतिभक्तिमेंलीनरहतेहैं।प्राचीनहै15दिवसीयपरिक्रमाप्रतिवर्षफाल्गुनप्रतिपदासेकल्याणेश्ररस्थानसेशुरूहोकरफाल्गुनशुक्लपूर्णिमाकोजनकपुरधाममेंसमाप्तहोनेवालीमिथिलापरिक्रमाभारत-नेपालकेसांस्कृतिकएकताकाअद्भुतउदाहरणहै।यह15दिवसीयपरिक्रमाफाल्गुनअमावस्याकोनेपालकेकचुरीधामसेहजारोंसंतमहात्माओंवअन्यश्रद्धालुओंकेसाथमिथिलाबिहारीवजानकीजीकीडोलीउठतीहैजोहनुमानगढ़ीहोतेहुएभारतकेकल्याणेश्वरधामपहुंचतीहै।दूसरेदिनपरिक्रमागिरजास्थानफुलहरऔरतीसरेदिनमटिहानीपहुंचतीहैं।इसतरहपरिक्रमामिथिलाक्षेत्रसेजुड़ेभारत-नेपालकेप्रसिद्धपन्द्रहदेवस्थलोंकाभ्रमणपैदल15दिनोंतकहोताहै।प्रत्येकविश्रामस्थलोंपरभगवानकेडोलीकीठहरनेकीव्यवस्थाअलगअलगरहतीहैऔरलोगरात्रिविश्रामकरतेहैं।रात्रिकेसमयविश्रामस्थलोंमेंभजनकीर्तनकेसाथसाथरामलीलाएवंझांकीआदिकाआयोजनकियाजाताहैं।करीब150किलोमीटरपैदलभ्रमणकरनेकेबादअंतिमदिनपूर्णिमाकोपरिक्रमाजनकपुरधाममेंपंचकोशीपरिक्रमाकरएकदूसरेकोअबिरगुलालउड़ाकरपरिक्रमासमाप्तहोजाताहै।

निश्शुल्कइलाजकीरहतीव्यवस्थापरिक्रमामेंआयेहुएसाधु,संतो,महात्माओंएवंश्रद्धालुओंकेसहयोगकेलिएदोनोंदेशकेसंघसंस्थाओंकेद्वाराशिविरलगाकरमुफ्तदवावितरणएवंमटिहानीकेव्यवसायियोंकेओरसेपरिक्रमापैदलयात्राकरनेवालेलोगोंकेलिएभोजनकीव्यवस्थाकियागया।वहीलोगोंकेद्वारापेयजलकेलिएबोरिगसेपानीपहुंचानेकीव्यवस्थाकीगईथी।जबकिमेलामेंशांतिव्यवस्थाबनाएरखनेकेलिएबड़ीसंख्यामेंनेपालप्रहरीऔरएपीएफकेजवानवभारतीयक्षेत्रसेएसएसबीवथानापुलिसकेजवानतैनातकियेगएथे।इसकेअलावामेलाकेदौरानयात्रियोंकेसहयोगऔरसेवाकेलिएदोनोंदेशोंकेसंघसंस्थाओंकेद्वारामेलामेंबीमारलोगोंकीसेवाकेलिएजगह-जगहशिविरलगाकरलोगोंकेबीचदवावितरणकियाजारहाथा।सीमावर्तीक्षेत्रकेगणमान्यवविभिन्नदलोंकेकार्यकर्तावआमनागरिकतत्परदिखे।

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