परंपरागत नृत्य-गीत हमारी सांस्कृतिक पहचान : विधायक
चैनपुर,पलामू:परंपरागतनृत्यगीतहमारीसांस्कृतिकपहचानहै।सदियोंसेचलीआरहीपरंपराएंपर्वत्योहारआदिधरोहरहैं।हमेंइसेअक्षुण्णबनाएरखनाहोगा।
उक्तबातेंस्थानीयविधायकसहवनविकासनिगमकेअध्यक्षआलोककुमारचौरसियानेकहीं।वेशुक्रवारकोचैनपुरप्रखंडकेजयनगरागांवमेंआयोजितजतराकार्यक्रमकेसम्मानसमारोहमेंबोलरहेथे।उन्होंनेकहाकिपर्वत्योहारसेपरस्परसमन्वयप्रेमवसौहार्दकावातावरणकायमहोताहै।इसेमिलजुलकरमनाएं।रांचीमांडरकेबीडीओविष्णुदेवकक्षपनेकहाकिसदियोंसेचलीआरहीहमारीसनातनसभ्यतासंस्कृतिवसंस्कारगौरवशालीहैं।हमेंइसपरकायमरहतेहुएअपनीपरंपराओंकोबनाएरखनाहोगा।इसकेपूर्वगांवकेमध्यस्थितअखरापरनृत्यकरतेहुएअतिथियोंकास्वागतकियागया।अखरापरअनादिधर्मेशचालाआयोकीपूजाकीगई।जयधर्मेशकीगूंजसेक्षेत्रगुंजायमानहोतारहा।पूजाअर्चनाकेबादनृत्यगीतकाकार्यक्रमकियागया।कार्यक्रममेंजिलापाहन¨बदेश्वरउरांव,अद्दिकुडुखसरनासमाजकेअध्यक्षसियोनबाखला,श्यामलालउरांव,सतीशउरांव,चियांकीकीपंचायतसमितिसदस्यबसंतीदेवी,प्रो.कमलेशपांडेय,प्रो.सतेंद्रपांडेयआदिमौजूदथे।कार्यक्रमसंचालनमेंयूगेश्वरउरांव,संजयउरांव,संतोषउरांव,नागेंद्रउरांवआदिनेमहत्वपूर्णभूमिकानिभाई।
कलाकारोंकाहुआजुटान,मांदरकीथापपरझूमेलोग
संवादसूत्र,चैनपुर:जयनगरागांवमेंशुक्रवारकोआयोजितजतरामेंजिलेकेछतरपुरपिपरापाटनपांकीसतबरवासमेतचैनपुरकेविभिन्नगांवोंसेजनजातीयनृत्यगीतमंडलीववाद्ययंत्रकलाकारोंकाजुटानहुआ।मांदरकीथापपरयुवकयुवतियांथिरकतेनजरआए।नृत्यगीतोंसेकलाकारोंनेसमांबांधेरखा।बॉक्स:
नगाड़ावमांदरकियाभेंट,चैनपुर:जतरामेंशिरकतकरनेआएबीडीओविष्णुदेवकच्छपनेविभिन्नमंडलियोंकोनगाड़ामांदरआदिवाद्ययंत्रभेटकिया।उन्होंनेसभीमंडलियोंकोपांचपांचसौरुनगदराशिदेकरसम्मानितकिया।मौकेपरउन्होंनेगांवकेआर्थिकरूपसेकमजोरबच्चोंकीपढ़ाईमेंआर्थिकमददसहितअन्यसहयोगकरनेकीबातकही।इसकेअलावाउन्होंनेगांवकेअसहायलोगोंकेलिएसौकंबलदेनेकीघोषणाकी।