श्मशान को बना दिया मनोरम पार्क
सुरेंद्रचौहान,पलवल
श्मशानघाटमेंलोगकिसीकीमौतहोनेपरअंतिमसंस्कारकेदौरानहीजातेहैं,लेकिनअसावटीगांवकेसरपंचकरणपहलवाननेविशेषप्रयासोंसेइसेमनोरमपार्कमेंतब्दीलकरदियाहै।पार्कऔरमंदिरकेचलतेअबवहांसुबहशामग्रामीणसैरकरनेजातेहैं।शामहोतेहीश्मशानघाटमेंबनाएगएपार्कमेंबच्चोंकाखेलकूदकरनाऔरमंदिरमेंमहिलाओंकापूजाकरनेनेरूढ़ीवादीपरंपराकोहीबदलदिया।
गांवअसावटीमेंगांवसेबाहरपंचायतकीकरीबडेढ़एकड़भूमिमेंश्मशानघाटबनाहुआथा,जिसमेंकंटीलीझाड़ियांउगीहुईथी।नकोईचारदीवारीनकोईसुविधा।अंतिमसंस्कारकेसमयहीलोगवहांजातेथे,उसकेबादतोलोगोंकोवहांजानेमेंभीडरलगताथा।शामहोनेकेबादतोलोगउसकेपाससेगुजरनेमेंभीडरतेथे।
सरपंचकरणपहलवाननेश्मशानकेजीर्णोद्धारकाबीड़ाउठायाऔरपहलेश्मशानघाटसेकंटीलीझाड़ियोंकोकटवाकरचारदीवारीकरवाई।उसकेबादउसेशवोंकेअंतिमसंस्कारकेलिएटीनशेडऔरआनेवालेलोगोंकेलिएआश्रमबनवाया।फिरबाकीभूमिपरपार्कबनवाया,जिसमेंफव्वारेलगवाएगए।अंदरकेरास्तेकोपक्काकरवाकरउसकेऊपरभीप्लास्टिकशेडडलवाया।बीचमेंएकशिवमंदिरकानिर्माणकराया।पार्कमेंलगाएगएफव्वारोंकेलिएसबमर्सिबललगवायागयाऔरबिजलीकाकनेक्शनकरवायागया।साथमेंपार्कमेंमखमलीघासलगवाईगईंतथासोलरलाइटेंलगवाईगई,जोबिजलीनहोनेकीदशामेंभीरातमेंजलतीरहतीहैं।
मैंनेचुनावजीतनेकेबादभीगांवकोआदर्शगांवबनानेकीठानीथी।तबगांवमेंकुछअलगकरनेकामनथा।विकासकार्यतोकरवाएहीजारहेहैं,लेकिनगांवकोअलगपहचानभीदिलानीथी।दूसराअबसमाजआधुनिकताकीओरबढ़रहाहैऔरअंधविश्वासखत्महोरहाहै।श्मशानकोयहरूपइसकारणभीदियागया।
-करणपहलवान,सरपंचगांवअसावटी।