टीकाकरण को चलना पड़ रहा दस से बीस किमी पैदल
जागरणसंवाददाता,उत्तरकाशी:कोरोनासंक्रमणसेबचावकेलिएलॉकडाउनलागूहै।लेकिन,इसमेंसुदूरवर्तीगांवकेलोगोंकोतमामपरेशानियोंसेजूझनापड़ारहाहै।सबसेअधिकपरेशानीगर्भवतीमहिलाओंऔरनवजातशिशुओंकीमाताओंकोहोरहीहै।सुरक्षितमातृत्ववप्रसवकोभीझटकालगरहाहै।
गांवकेएएनएमसेंटरमेंटीकाकरणकीव्यवस्थानहोनातथागांवसेप्राथमिकस्वास्थ्यकेंद्रतकआनेकोवाहनसुविधानहोनेसेमहिलाओंकोनवजातबच्चोंकाटीकाकरणकरानेकेलिए10से20किलोमीटरचलनापड़ारहाहै।यहस्थितिजनपदकेभटवाड़ी,डुंडा,चिन्यालीसौड़,नौगांव,पुरोलाऔरमोरीब्लॉककेगांवोंकीहै।इसकेसाथहीउनगर्भवतीमहिलाओंकोभीखासीपरेशानीकासामनाकरनापड़रहाहैजिनकाप्रसवआपरेशनदेहरादूनमेंहुआहै।उन्हेंपहलेतोदेहरादूनभेजाजारहाहै।वहांसेलौटनेसेकेलिएअनुमतिकोदर-दरभटकनापड़रहाहै।वहींलौटनेकेबादउत्तरकाशीमेंकुछदिनकेलिएजच्चा-बच्चासहितफैसिलिटीक्वारंटाइनमेंरहनापड़रहाहै।जिससेउन्हेंखासीपरेशानियांझेलनीपड़रहीहै।
विधायकगोपालरावतनेइसकासंज्ञानलियाहै।उन्होंनेसीएमओडॉ.डीपीजोशीसेवार्ताकरटीकाकरणकीव्यवस्थाएएनएमसेंटरोंपरकरवानेकेनिर्देशदिए।जिससेजच्चा-बच्चाकोमीलोंदूरप्राथमिकस्वास्थ्यकेंद्रोंतकआनेमेंपरेशानीनझेलनीपड़े।