WHO और AIIMS ने दक्षिणी दिल्ली की शरणार्थी कालोनियों में यह सर्वे किया था। इसमें बड़ों के मुकाबले बच्चों में SARS-CoV-2 सिरोपा जिटिविटी रेट ज्यादा मिली है। सिरोपा पॉजिटिविटी वायरस के प्रति नेचुरल इम्युन रिस्पॉन्स को बेहतर करने की शारीरिक क्षमता दिखाती है। दिल्ली एम्स में कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर पुनीत मिश्रा के मुताबिक, बच्चों में सीरोप्रिवैलेंस 74.7% यानी बेहतर पाया गया। सीरोप्रेवैलेंस का अर्थ होता है-सामान्य जनसंख्या में कोरोना एंटीबॉडीज का विकसित होना। यह एंटीबॉडीज संक्रमण से सुरक्षा कवच का काम करती है। बता दें कि दुनियाभर में जिस कोरोना संक्रमण से लोग प्रभावित हुए उसे SARS-CoV-2 के नाम से जाना जाता है। दरअसल, वायरस लगातार म्यूटेंट हो रहा है। यानी इसमें जेनेटिक बदलाव हो रहा है।

मसाज पार्लर में चलाया जा रहा था सेक्स रैकेट,

दिल्लीकेआजादपुरइलाकेमेंएकस्पाऔरमसाजसेंटरकेअंदरचलाएजारहेसेक्सरैकेटकेमामलेमेंदिल्लीमहिलाआयोगनेएकमहिलाकोछुड़ायाऔर दिल्लीपुलि

'सेक्स करते करते जान ले लेगा मेरा पति', महिला

अबूजा,जनवरी12:एकमहिलाअपनेपतिकेसंभोगकरनेकीलतसेइतकदरपरेशानहोगईहै,किउसेअबमौतकाडरसतारहाहैऔरपतिकीअत्यधिकसेक्सकरनेकीलतसेडरीमहि